गहलोत-पायलट खेमों में बंटी कांग्रेस की दिल्ली में 6 जुलाई को हुई बैठक के बाद माहौल बदला हुआ नजर आ रहा है। इसलिए अब भाजपा के लिए यह राज्य पहले की तुलना में ओर ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को एक बार फिर राजस्थान के दौरे पर हैं। वे सीकर से किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त जारी करेंगे और पीएम प्रणाम योजना कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। चुनावी वर्ष में प्रधानमंत्री का बीते नौ माह में यह आठवां दौरा होगा। पीएम बीते नौ माह से किसी ने किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने राजस्थान आ रहे है। जुलाई में ही पीएम 20 दिन में दूसरी बार राजस्थान में सभा को संबोधित करने पहुंचे है। पीएम की यह रैली पहले नागौर में होनी थी लेकिन उनकी व्यस्तता के चलते यह रैली टल गई थी। इससे पहले वे आठ जुलाई को बीकानेर में सभा के लिए पहुंचे थे। सीकर के बाद पीएम मोदी 16 अगस्त को एक बार फिर प्रदेश के खरनाल में रैली के लिए पहुंच सकते हैं।
राजस्थान पर भाजपा के फोकस की वजह
राजस्थान भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों ने अमर उजाला को बताया कि, राजस्थान, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का फोकस एरिया बना हुआ है। अन्य चुनावी राज्यों की तुलना में पीएम मोदी राजस्थान में सबसे ज्यादा रैलियां और सरकारी कार्यक्रम कर चुके है। इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह है कि, राज्य में सीएम गहलोत द्वारा शुरु की गई फ्री योजनाओं का असर दिखाई दे रहा हैं। इसलिए केंद्र सरकार की कई अहम योजनाएं राजस्थान से शुरू हो रही हैं।
गहलोत-पायलट की बैठक से भाजपा परेशान
भाजपा नेताओं का कहना है कि, गहलोत-पायलट खेमों में बंटी कांग्रेस की दिल्ली में 6 जुलाई को हुई बैठक के बाद माहौल बदला हुआ नजर आ रहा है। इसलिए अब भाजपा के लिए यह राज्य पहले की तुलना में ओर ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। क्योंकि इस बार प्रदेश में उतनी सरकार विरोधी लहर नजर नहीं आ रही जितनी पिछले चुनावों में थी। कांग्रेस में बदले माहौल से भाजपा अंदरखाने परेशान है। इसी वजह से पार्टी चुनाव में पीएम मोदी की ज्यादा से ज्यादा सभाएं कराने पर फोकस कर रही है।
राजस्थान भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों ने अमर उजाला को बताया कि, राजस्थान, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का फोकस एरिया बना हुआ है। अन्य चुनावी राज्यों की तुलना में पीएम मोदी राजस्थान में सबसे ज्यादा रैलियां और सरकारी कार्यक्रम कर चुके है। इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह है कि, राज्य में सीएम गहलोत द्वारा शुरु की गई फ्री योजनाओं का असर दिखाई दे रहा हैं। इसलिए केंद्र सरकार की कई अहम योजनाएं राजस्थान से शुरू हो रही हैं।
गहलोत-पायलट की बैठक से भाजपा परेशान
भाजपा नेताओं का कहना है कि, गहलोत-पायलट खेमों में बंटी कांग्रेस की दिल्ली में 6 जुलाई को हुई बैठक के बाद माहौल बदला हुआ नजर आ रहा है। इसलिए अब भाजपा के लिए यह राज्य पहले की तुलना में ओर ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। क्योंकि इस बार प्रदेश में उतनी सरकार विरोधी लहर नजर नहीं आ रही जितनी पिछले चुनावों में थी। कांग्रेस में बदले माहौल से भाजपा अंदरखाने परेशान है। इसी वजह से पार्टी चुनाव में पीएम मोदी की ज्यादा से ज्यादा सभाएं कराने पर फोकस कर रही है।
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